नंगी आवाज़ें
मंटो की कहानियाँ मेहनतकश जनता के मनोजगत का दस्तावेज़ भी हैं. सुनिये नंगी आवाज़ें और महसूस कीजिये उस मानवीय करुणा का ताप, जिसे बाहर रहकर पेश कर पाना बडे जिगरे का काम है.
शुरुआत में आवाज़ें अरशद इक़बाल और मुनीश की हैं.
क़िस्सागो: इरफ़ान
Duration: 20 Min.
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