संडे स्पेशल: थोडी-थोडी पिया करो!


दोस्तो जहाँ एक तरफ़ हम जैसे ब्लॉगर हैं जो महज़ मौज-मेले , दिलजोई और रंगबाज़ी के लिए ब्लॉगिंग किया करते हैं वहां ऐसे दानिशमंदों की भी कमी नहीं जो समाजी भलाई और किसी नेक काज की खातिर इसे एक धारदार औज़ार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं । ऐसे शानदार लोगों के हम कायल हैं और उनकी इस सोच को सलूट करते हैं । ऐसे ही एक शख्स हैं डॉक्टर प्रवीण चोपडा जो मीडिया के ज़रिये लोगों मे फैली मेडिकल ग़लत फहमियों को दूर करने के मिशन में लगे हैं और उनकी पोस्ट '' थोड़ी-थोड़ी पिया करो...'' को शायद आपने भी पढ़ा हो , नहीं भी पढ़ा तो कोई हर्ज नहीं हम आपको सुनवाये देते हैं........
आवाज़ मुनीश की है और अवधि कोई पाँच मिनट.

डाउनलोड यहाँ से करें.

Comments

शायदा said…
बहुत से लोगों के लिए बहुत काम की बातें बहुत खू़बसूरती से पेश करने के लिए शुक्रिया।
bahut achha prayaas..ye post padhney se zyaada sun ney me asardaar hai shayad...
सचमुच दोस्त पूरी इमानदारी से कह रहा हूं कि आप ने तो मेरे शब्दों में जान फूंक दी। बहुत अच्छे !! एक निवेदन है कि मेरे ब्लाग की कुछ अन्य पोस्टों का भी कुछ इस तरह का ही काया-कल्प हो जाये तो आप की बहुत मेहरबानी होगी। देख लीजिये, आप अपनी इच्छा अनुसार यह काम कर सकते हैं। वैसे, उसी ब्लाग पर सैक्स टैग के अंतर्गत कुछ पोस्टें हैं....उन में एक है.....डाक्टर साहब, मैं किसी ऐसी वैसी जगह नहीं जाता। अगर उस में लिखे शब्दों को भी यह आवाज़ मिल जाये तो बहुत अच्छा होगा।
यकीन मानिये कि आवाज़ का जादू क्या होता है, यह तो आप की गहराई जान कर ही पता चला।
बहुत बहुत धन्यवाद एवं शुभकामनायें।
.....यकीन मानिये यह आवाज़ का जादू क्या होता है, यह तो आप की आवाज़ की गहराई का अनुभव कर के ही पता चला।
धन्यवाद।
ये जो औरतें अपने बाएँ गाल हथेलियों पर टिकाए हुए हैं और ये डॉक्टर साहब जो अपनी दो-दो तस्वीरें चमका रहे हैं, आइये एक बार फिर कहें-

शान के लोग दुनिया में कम रह गये,
एक तुम रह गये, एक हम रह गये
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इसे कहते हैं यार लोग मतलब की ही बातों पर टिप्पणियाँ भेजते हैं. आप लोग बेमतलब की बातें न सिर्फ़ करते हैं बल्कि सराहते भी हैं. शुक्रिया.
DITTO....!!
Hum log sach mein mahaaaaaaaaan hain!!

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