काँटे और याद


सुनिये त्रिलोचन की एक कविता "काँटे और याद"
आवाज़ रजनीश मिश्र की है.

Comments

आँखें बन्द करके सुनना और महसूस करना..यह बहुत खूबसूरत एहसास है..शुक्रिया..
बहोत खूब ..
- लावण्या
अच्छे संगीत और आवाज के साथ मनमोहक कविता - बहुत सुंदर....उम्दा।

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