'तुम्हें डर है' और 'उनका डर'

गोरख पांडेय की दो कविताएं शरद तिवारी की आवाज़ में.

तुम्हें डर है



उनका डर



जन संस्कृति मंच द्वारा जारी ऑडियो बुक 'आएंगे अच्छे दिन' से

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